Poem Badal Ko Ghirte Dekha Hai, Poet Nagarjun, Explain by Kartik Kumar Shaw YouTube

Badal Ko Ghirte Dekha Hai Poem By Nagarjun अमल धवल गिरि के शिखरों पर, बादल को घिरते देखा है। छोटे-छोटे मोती जैसे उसके शीतल तुहिन कणों को, मानसरोवर के उन स्वर्णिम कमलों पर गिरते देखा है, बादल को घिरते देखा है। भावार्थ: - प्रस्तुत पद्यांश में कवि कहते हैं कि उन्होंने हिमालय के उज्ज्वल शिखरों पर बादलों को घिरते देखा है। कवि ने बादलों के मोती जैसे शीतल कणों को ओस की बूँद के रूप में मानसरोवर झील में स्थित कमल पत्रों पर गिरते देखा है। हिमालय की ऊँची-ऊँची चोटियों पर अनेक झीलें स्थित हैं।इन झीलों के शांत व गहरे नीले जल में मैदानी क्षेत्रों की गर्मी से व्याकु.

Badal ko ghirte dekha hai (Poem by Nagarjun) YouTube

मानसरोवर के उन स्वर्णिम कमलों पर गिरते देखा है, बादल को घिरते देखा है। तुंग हिमालय के कंधों पर छोटी बड़ी कई झीलें हैं, उनके श्यामल नील सलिल में समतल देशों से आ-आकर पावस की ऊमस से आकुल तिक्त-मधुर बिषतंतु खोजते हंसों को तिरते देखा है। बादल को घिरते देखा है। ऋतु वसंत का सुप्रभात था मंद-मंद था अनिल बह रहा बालारुण की मृदु किरणें थीं मानसरोवर के उन स्वर्णिम कमलों पर गिरते देखा है, बादल को घिरते देखा है। तुंग हिमालय के कंधों पर छोटी-बड़ी कई झीलें हैं, उनके श्यामल नील सलिल में समतल देशों से आ-आकर पावस की ऊमस से आकुल तिक्त-मधुर विष-तंतु खोजते हंसों को तिरते देखा है। बादल को घिरते देखा है। ऋतु वसंत का सुप्रभात था मंद-मंद था अनिल बह रहा बालारुण की मृदु किरणें थीं अमल धवल गिरि के शिखरों पर, बादल को घिरते देखा है।. छोटे-छोटे मोती जैसे कणों को, मानसरोवर के उन स्वर्णिम कमलों पर गिरते देखा है, बादल को. Previous video: https://www.youtube.com/watch?v=K7U1AeAfkyQNext Video: https://www.youtube.com/watch?v=iZJG_I_xDaw ️📚👉 Watch Full Free Course: https://www..

Baba Nagarjun Poetry Badal Ko Ghirte Dekha Hai बादल को घिरते देखा है... बाबा नागार्जुन Amar

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NCERT Solutions for Class 11 Hindi Kshitij chapter - 14 Nagarjun :- Badal Ko Ghirte Dekha Hai Questions and Answers प्रश्न-अभ्यास 1. इस कविता में बादलों के सौंदर्य चित्रण के अतिरिक्त और किन दृश्यों का चित्रण किया गया है? Answer: Badal is used as a carrier of message in poem badal ko ghirte dekha hai. It is used by a lover to act as a messenger which carries the message of a lover who has been waiting to talk to his wife for 8 months. As it starts raining clouds act as a symbol of messenger. So they played a central role in this poem. Categories class 11 Hindi Notes Tags badal ko ghirte dekha hai by nagarjun, badal ko ghirte dekha hai class 11, badal ko ghirte dekha hai question answer, badal ko ghirte dekha hai summary in hindi, badal ko ghirte dekha hai vyakhya. जहां कोई वापसी नहीं - निर्मल वर्मा अंतरा. The latest NCERT book for Antra Chapter 17 Badal ko ghirte dekha pdf have been published by NCERT based on the latest research done for each topic which has to be taught to students in all classes. The books for Class 11 Hindi Antra Chapter 17 Badal ko ghirte dekha are designed to enhance the overall understanding of students.

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February 6, 2023 by Bhagya बादल को घिरते देखा है Summary - Class 11 Hindi Antra Chapter 17 Summary बादल को घिरते देखा है - नागार्जुन - कवि परिचय तिक्त-मधुर विष-तंतु खोजते. हंसों को तिरते देखा है।. बादल को घिरते देखा है।. ऋतु बसंत का सुप्रभात था. मंद-मंद था अनिल बढ़ रहा. बालारुण की.